योगी आदित्यनाथ को CM पद से हटाने की थी पूरी तैयारी, मगर..; इस किताब में बड़ा दावा, बताया- BJP-RSS नेताओं ने कई बैठकें कीं
Yogi Adityanath Was To Be Removed From UP CM Post This Book Claims
CM Yogi Adityanath: बीजेपी के फायरब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर किए गए एक बड़े दावे ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। इस दावे में बताया गया है कि, 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ को CM पद से हटाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। मगर फिर एकदम से इस फैसले को लेकर कदम पीछे खींच लिए गए।
दरअसल, योगी को लेकर ये बड़ा दावा इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल यादव ने अपनी किताब, “At The Heart Of Power: The Chief Ministers of Uttar Pradesh” में किया है। श्यामलाल यादव ने अपनी इस किताब में उत्तर प्रदेश के अबतक जितने मुख्यमंत्री रहे। उनके बारे में लिखा है। जहां इसी कड़ी में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर अनेक पन्नों में कई चैप्टर लिखे।
वरिष्ठ पत्रकार श्याम लाल यादव लिखते हैं कि एक वक्त पर तो ये बिल्कुल तय ही हो गया था कि योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाएगा। लेकिन, इससे पहले कि योगी आदित्यनाथ को हटाकर नेतृत्व परिवर्तन किया जाता। बीजेपी आलाकमान को इस बात का आभास हो गया कि अगर चलती सरकार में योगी को हटाया गया तो पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ जाएगा।
दावा- BJP-RSS नेताओं ने कई बैठकें कीं
वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल यादव अपनी किताब लिखते हैं कि मई और जून 2021 के बीच जब योगी आदित्यनाथ साढ़े चार साल यूपी के सीएम रह चुके थे और 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को करीब 9 महीने बचे थे, तब उन्हें हटाने की तैयारी कर ली गई थी। इसके लिए बीजेपी-आरएसएस के नेताओं की दिल्ली से लखनऊ तक विभिन्न स्तरों पर कई बैठकें आयोजित की गईं।
श्यामलाल यादव किताब में लिखते हैं- एक समय तो यह बिलकुल तय था कि योगी आदित्यनाथ को बदला जाएगा। लेकिन, इससे पहले कि योगी आदित्यनाथ को पद से हटाने का फैसला होता और योगी आदित्यनाथ नेतृत्व परिवर्तन के बारे में आश्वस्त हो पाते, यानि योगी आदित्यनाथ को नेतृत्व परिवर्तन के लिए तैयार किया जाता। उससे पहले बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने स्थिति को समझते हुए यह खुद महसूस किया कि अगर योगी को हटाया गया तो पार्टी को ही नुकसान उठाना पड़ेगा।
वहीं श्यामलाल ने अपनी इस किताब में योगी के बारे लिखते हुए केशव प्रसाद मौर्य से उनके मतभेदों को भी लिखा है। श्यामलाल यादव किताब में लिखते हैं- केशव प्रसाद मौर्य और सीएम योगी के मध्य चल रही तनातनी के बीच केंद्रीय नेतृत्व विधानसभा चुनावों को लेकर चिंतित था, जो सिर्फ नौ महीने दूर थे।
उन्होंने आगे लिखा कि कुछ आरएसएस नेताओं के दखल के बाद 22 जून 2021 को सीएम योगी अचानक केशव प्रसाद मौर्य से मिलने पहुंचे थे। यह घटना रिश्ते सुधारने की कवायद के रूप में देखी गई। बता दें कि, केशव प्रसाद को अप्रैल 2016 में यूपी बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था और मार्च 2017 विधानसभा चुनाव परिणाम में बीजेपी की जीत के बाद उनका नाम मुख्यमंत्री की रेस में था। लेकिन योगी का नाम आगे कर दिया गया। तभी से दोनों के बीच एक किस्म की टसल चलती रही है।
योगी को नहीं हटाने की तस्वीर कब साफ हुई?
वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल यादव अपनी किताब में आगे लिखते हैं कि योगी आदित्यनाथ को सीएम पद से नहीं हटाने और यूपी का नेतृत्व उन्हीं के हाथ में बने रहने को लेकर तस्वीर पूरी तरह से तब साफ हुई। जब नवंबर 2021 में पीएम नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश आए और यहां लखनऊ में 56वें डीजीपी सम्मलेन में शिरकत की। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी राजभवन में रुके और यहां सीएम योगी और उनमें मुलाक़ात हुई।
वहीं मुलाक़ात के बाद योगी आदित्यनाथ ने 21 नवंबर को ही दो तस्वीरें पोस्ट कीं। जिसमें पीएम मोदी योगी आदित्यनाथ के कंधे पर हाथ रखे टहल रहे हैं। योगी ने दोनों तस्वीरों के साथ एक कविता भी शेयर की। इस सबसे बीजेपी संगठन और सूबे में स्पष्ट सन्देश गया कि यूपी की कमान योगी के हाथ में ही रहेगी और उन्हीं की सरपरस्ती में ही आगामी 2022 का चुनाव लड़ा जाएगा।
हम निकल पड़े हैं प्रण करके
अपना तन-मन अर्पण करके
जिद है एक सूर्य उगाना है
अम्बर से ऊँचा जाना है
एक भारत नया बनाना है pic.twitter.com/0uH4JDdPJE
फिलहाल श्यामलाल यादव ने अपनी किताब में योगी को हटाने की इस कोशिश के पीछे के सीधे स्पष्ट कारण तो नहीं बताए हैं। लेकिन, योगी पर आधारित अपने लेख में उन्होंने योगी आदित्यनाथ और उनके नेतृत्व में चल रही सरकार के विरोध में जो कुछ चीजें हुईं, उसका एक ब्यौरा दिया है। श्यामलाल यादव ने किताब में योगी और उनकी सरकार में उठते कई मुद्दों को लेकर भी बात की है। जो चर्चा का विषय रहे हैं।
योगी को हटाने का दावा केजरीवाल भी कर चुके
हाल ही में लोकसभा चुनाव-2024 प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ को CM पद से हटाए जाने का बड़ा दावा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी कर चुके हैं। केजरीवाल ने कहा था कि, अगर पीएम मोदी यह चुनाव जीत गए तो सरकार बनने के बाद पहले अगले दो महीने में उत्तर प्रदेश के सीएम को बदल दिया जाएगा। योगी को CM पद से हटा दिया जाएगा। यही तानाशाही है। केजरीवाल का कहना था कि, मोदी ने कई नेताओं की राजनीति खत्म कर दी है।
केजरीवाल का कहना था कि, प्रधानमंत्री मोदी ने एक बेहद खतरनाक मिशन चालू किया है। उस मिशन का नाम है 'वन नेशन वन लीडर'। जिसमें देश में सिर्फ एक तानाशाह की तानशाही चलेगी। केजरीवाल ने कहा था कि, देश के सारे नेताओं को पीएम मोदी खत्म करना चाहते हैं। जितने विपक्ष के नेता हैं उन्हें जेल भेज देंगे और जितने भाजपा के नेता हैं, उन नेताओं को निपटा देंगे, उनकी राजनीति खत्म कर देंगे।